जियोपैथिक स्ट्रेस क्या है ? जियोपैथिक स्ट्रेस कैसे दूर करें | Geopathic Stress Kya Hota Hai ?
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जियोपैथिक स्ट्रेस एक अनदेखी नकारात्मक ऊर्जा है जो कई समस्याएं लाती है |
जियोपैथिक स्ट्रेस: क्या आपके जीवन में अनचाही समस्याएँ बनी रहती हैं?
अगर आप लगातार स्वास्थ्य समस्याओं, तनाव, पारिवारिक कलह या अन्य नकारात्मक परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं, तो इसका कारण जियोपैथिक स्ट्रेस (Geopathic Stress) हो सकता है।
जियोपैथिक स्ट्रेस क्या है? (Geopathic Stress Kya Hota Hai?)
जियोपैथिक स्ट्रेस पृथ्वी के अंदर उत्पन्न होने वाली नकारात्मक ऊर्जा है, जो अनियमित भूमिगत जलधाराओं, भू-चुंबकीय विकारों, बिजली लाइनों, मोबाइल टावरों आदि के कारण उत्पन्न होती है। यह ऊर्जा मनुष्यों, पशुओं, पेड़ों, मशीनों और पर्यावरण को प्रभावित करती है।
जियोपैथिक स्ट्रेस के लक्षण (Symptoms of Geopathic Stress)
स्वास्थ्य समस्याएँ: कैंसर, माइग्रेन, अनिद्रा, थकान, डिप्रेशन, मानसिक विकार।
नकारात्मकता का प्रभाव: आत्महत्या की प्रवृत्ति, पारिवारिक कलह, व्यवसाय में असफलता।
प्राकृतिक संकेत: घर में बार-बार मशीनों का खराब होना, बिल्लियों का किसी विशेष स्थान पर बार-बार बैठना, दीमकों का होना, पेड़ों का सूखना।
बार-बार दुर्घटनाएँ: कुछ स्थानों पर बार-बार होने वाली दुर्घटनाएँ जियोपैथिक स्ट्रेस का संकेत हो सकती हैं।
जियोपैथिक स्ट्रेस के प्रमुख कारण
भूमिगत जलधाराएँ (Underground water streams) – अनियमित रूप से बहने वाली जलधाराएँ नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं।
ग्लोबल जियोमैग्नेटिक ग्रिड – चौराहों पर ऊर्जा विकार होने से नकारात्मक प्रभाव बढ़ता है।
हाई पावर इलेक्ट्रिक लाइन्स और मोबाइल टावर्स – इनके कारण वातावरण में असंतुलन उत्पन्न होता है।
निर्माण कार्य – सड़क, सुरंग, रेलवे ट्रैक और अन्य निर्माण कार्य पृथ्वी की प्राकृतिक ऊर्जा को बाधित कर सकते हैं।
जियोपैथिक स्ट्रेस की केस स्टडी
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जियोपैथिक वास्तु एक्सपर्ट आचार्य कल्कि कृष्णन जी |
मध्य प्रदेश में एक संपन्न परिवार में बार-बार गर्भपात की समस्या हो रही थी। जब आचार्य कल्कि कृष्णन जी ने वहाँ जाँच की, तो उन्होंने पाया कि गर्भवती महिला का बिस्तर जियोपैथिक स्ट्रेस लाइन पर था। जब इस लाइन को ब्लॉक किया गया, तो महिला ने एक स्वस्थ संतान को जन्म दिया।
बेस्ट जियोपैथिक वास्तु एक्सपर्ट – आचार्य कल्कि कृष्णन जी
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आचार्य कल्कि कृष्णन जी जियोपैथिक स्ट्रेस के लिए सबसे वैज्ञानिक समाधान बताते हैं |
आचार्य कल्कि कृष्णन जी भारत के अग्रणी जियोपैथिक वास्तु विशेषज्ञ हैं, जिन्होंने छोटे घरों से लेकर बड़े औद्योगिक क्षेत्रों, सरकारी परियोजनाओं और राजमार्गों तक जियोपैथिक स्ट्रेस का समाधान किया है। उनके मार्गदर्शन से कई लोग सकारात्मक परिवर्तन अनुभव कर चुके हैं।
जियोपैथिक स्ट्रेस की जाँच कैसे करें?
एस्ट्रोदेवम ऑरा स्कैनर (Geopathic Stress Scanner) जियोपैथिक स्ट्रेस को पहचानने का एक अत्यधिक प्रभावी उपकरण है। इसमें 300+ सैंपल्स होते हैं, जिनमें से एक विशेष सैंपल जियोपैथिक स्ट्रेस डिटेक्शन के लिए उपयोग किया जाता है। आप एस्ट्रोदेवम की मासिक ट्रेनिंग में इसकी कार्यप्रणाली को सीख सकते हैं।
जियोपैथिक स्ट्रेस का उपाय
इस नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए जियोपैथिक स्ट्रेस न्यूट्रलाइज़र रोड (Geopathic Stress Neutralizer Rods) का उपयोग किया जाता है।
अगर आप अपने घर, ऑफिस या उद्योग में जियोपैथिक स्ट्रेस की जाँच करवाना चाहते हैं या इससे बचने के लिए न्यूट्रलाइज़र रोड प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज ही हमसे संपर्क करें।
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